3 खिलाड़ियों ने लगाया हजारों रुपये ठगने का आरोप, आरोपी फरार, साहिबाबाद थाने में दी तहरीर
एक माह तक ट्रेनिंग भी कराई, अब मोबाइल स्विच ऑफ, एक प्लेयर से लेते थे 17 हजार 500 रुपये फीस
गाजियाबाद। आईपीएल में युवा होनहार खिलाड़ियों को चयन का झांसा देकर ठगी के ‘खेल’ का एक और मामला सामने आया है। शनिवार को साहिबाबाद थाने पहुंचे 3 युवा खिलाड़ियों ने आरोप लगाया है उन्हें एक माह ट्रेनिंग कराई गई और फिर आरोपी रफूचक्कर हो गए। अब उनके मोबाइल स्विच ऑफ हैं। इस बाबत उन्होंने तहरीर दी है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। जिले में इससे पहले भी आईपीएल और रणजी ट्रॉफी में चयन के नाम पर युवाओं को ठगा गया है, जिनमें से तीन ठगों को कविनगर पुलिस ने गिरफ्तार भी किया था।
करहैड़ा निवासी सुनील कुमार ने बताया कि 14 दिसंबर 2011 को एक क्रिकेट एकेडमी का विज्ञापन एक समाचार पत्र में प्रकाशित हुआ था, जिसे देखकर उन्होंने एकेडमी मेें दिए पते पर संपर्क किया।
एकेडमी संचालकों ने उनके बेटे विशाल और एडमिशन लेने वाले अन्य युवा खिलाड़ियों को ट्रेनिंग के साथ आईपीएल की दिल्ली टीम में चयनित कराने का दावा किया था। इसके एवज में ठगों ने प्रत्येक खिलाड़ी से 17 हजार 500 रुपये जमा कराए थे। एक माह तक स्टेडियम में ट्रेनिंग देने के बाद से उनका कोई पता नहीं है। अब उनके मोबाइल भी स्विच ऑफ हैं। परिजनों के साथ साहिबाबाद थाने पहुंचे पीड़ित खिलाड़ियों भानू और आशु का कहना है कि उनके साथ करीब 180 नौजवान ट्रेनिंग लेते थे। साहिबाबाद के एसएचओ देवीराम गौतम का कहना है कि पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
पहले भी हुई थी आईपीएल के नाम पर ठगी
13 फरवरी को आईपीएल में सेलेक्शन के नाम पर ठगी का ‘खेल’ खेलने वाले दो जालसाजों को कविनगर थाने की पुलिस ने गिरफ्तार किया था। ये ‘जालसाज कंपनी’ युवा क्रिकेटरों से देश के प्रतिष्ठित क्रिकेट टूर्नामेंटों में सलेक्शन के नाम पर लाखों ठग लेते थे। उन पर शक न हो, इसके लिए क्रिकेटरों को एयर टिकट और टीम में सलेक्शन का फर्जी लेटर भी देते थे। उनके पास से लेपटॉप और प्रिंटर भी मिला था, जिससे फर्जी सेलेक्शन लेटर बनाते थे। वे हवाई जहाज से सफर करते थे और फाइव स्टार होटलों में ठहरते थे।
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