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Showing posts from August, 2012

‘मुझे क्या पता, कहां से आए तकिया-कंबल’

Story Update :  Tuesday, August 28, 2012      12:57 AM आरुषि-हेमराज मर्डर केस गाजियाबाद। आरुषि-हेमराज मर्डर केस में सोमवार को डिफेंस की जिरह सीनियर साइंटिस्ट डा. बीके महापात्रा से जारी रही, जो मंगलवार को भी चलेगी। करीब ढाई घंटे चली जिरह में डिफेंस ने डा. महापात्रा को कई बार घेरने का प्रयास किया। डिफेंस के सवालों का साइंटिस्ट ने जवाब दिया। अनावश्यक सवाल पूछने पर कोर्ट ने डिफेंस को टोका भी। सीबीआई के सीनियर पीपी आरके सैनी और बीके सिंह कोर्ट में उपस्थित रहे। इससे पूर्व नूपुर और राजेश सीबीआई विशेष न्यायाधीश एस. लाल की कोर्ट में पेश हुए। डिफेंस के सवाल के जवाब में सीनियर साइंटिस्ट डा. महापात्रा बताया कि आरुषि-हेमराज मर्डर केस के लिए नमूने एकत्र करने वह 13 सदस्यीय टीम के साथ 1 जून 2008 को नोएडा के जलवायु विहार स्थित तलवार दंपति के घर पहुंचे थे। डिफेंस के एडवोकेट जीपी थरेजा और मनोज शिशौदिया ने डा. महापात्रा से पूछा कि जिस तकिए की उन्होंने जांच की थी, वह कहां से रिकवर हुआ था। इस पर डा. महापात्रा का कहना था कि वह सिर्फ नमूने एकत्र करने गए थे। तकिया और कंबल कहां से रिकवर हुए थे। इसक

Debate competition at Delhi Public School, Ghaziabad

Delhi Public School, Ghaziabad  hosted  the  22nd  annual inter public school debate in collaboration with HT - PACE. Annapoorna Sehgal, head-education, HT Media Ltd. was the chief guest on the occasion. Principal Jyoti Gupta welcomed the guests and thanked the qualitative participation of various schools. Eighteen schools participated in the event judged by Prof C.J. Daswani, Mr.Tejwant Chhatwal and Mr Lawrence Fray.  The topic debated upon was 'A common man is a silent instigator under the cloak of a mute spectator'.  The chief guest awarded the winner's trophy to the host school, D.P.S Ghaziabad which was thereafter handed over to Vishwabharti Noida, the runners up team. Speaking on the occasion, Annapoorna Sehgal congratulated the participants for shouldering the responsibilities and building the strength of being a part of a rational world. Acknowledging young energy and talent, the chief guest advised the youth of today to enrich their vocabulary using th

एनसीआर के पिछड़े निकाय अब चमकेंगे

गाजियाबाद। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (यूपी रीजन) की पिछड़ी नगर पालिका और नगर पंचायतों के दिन बदलने वाले हैं। मंडलायुक्त ने विकास प्राधिकरणों के विकास क्षेत्र के दायरे के बाहर वाली नगर पालिका और नगर पंचायतों का ब्योरा जिला प्रशासन से मांगा। इन निकायों में एनसीआर सब रीजनल प्लान 2021-31 के तहत विकास योजनाएं विकसित होंगी। विकास परियोजनाओं के लिए एनसीआर प्लानिंग बोर्ड कम ब्याज पर लोन भी मुहैया कराएगा। मंडलायुक्त ने एनसीआर (यूपी रीजन) की गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर, बागपत और हापुड़ जिले की ऐसी नगर पालिका और नगर पंचायतों का रिकार्ड मांगा है जो विकसित क्षेत्र के अंतर्गत नहीं आती। कमिश्नर संबंधित जिलों के डीएम से इन नगर निकायों में विकास परियोजनाओं के प्रस्ताव भी मांगे है।