राजस्व परिषद के अध्यक्ष वीके शर्मा ने कलक्ट्रेट में की समीक्षा
ऑनलाइन खतौनियों के संशोधन 5 तारीख तक करने के निर्देश गाजियाबाद। अब प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री ऑनलाइन होगी। रजिस्ट्री होते ही उसका स्टेटस भी इंटरनेट पर देखा जा सकेगा। राजस्व परिषद् के अध्यक्ष ने सब रजिस्ट्रार आफिस और तहसील कार्यालय को ऑनलाइन कनेक्ट करने के निर्देश दिए हैं। राजस्व परिषद् अध्यक्ष वीके शर्मा ने शुक्रवार को कलक्ट्रेट सभागार में भू अभिलेखों के कंप्यूटरीकरण कार्य की समीक्षा की। बैठक में वीके शर्मा ने कहा कि सब रजिस्ट्रार और तहसील कार्यालय को तत्काल ऑनलाइन कनेक्ट किया जाए ताकि लोगों को बेहतर सुविधा मिल सके। शर्मा ने जिला डाटा सेंटर में खतौनियों के रिकार्ड को हर महीने के 5 तारीख तक अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। वहीं तहसील आने वाले लोगों को बैठने के लिए शेड और कुर्सी बेंच आदि की व्यवस्था करने को भी कहा। अध्यक्ष ने जिन गांवों का नक्शा नहीं है उनका प्री सर्वे कराकर नक्शे तैयार करने के निर्देश दिए। शर्मा ने जनपदीय राजस्व अभिलेखागार को डिजिटल अभिलेखागार में परिवर्तित करने की समीक्षा की। डीएम अपर्णा उपाध्याय ने राजस्व परिषद् से अध्यक्ष को राजस्व विभाग में स्टाफ और गाड़ियों की कमी से रूबरू कराया। इस मौके पर राजस्व परिषद् के स्टाफ अफसर आरके पांडेय, कंप्यूटर प्रभारी अवनीश गौतम, सभी अपर जिलाधिकारी, एसडीएम, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी प्रदीप कुमार और संजय अग्रवाल आदि मौजूद थे। |
GHAZIABAD: Builders in Raj Nagar Extension and the Ghaziabad Development Authority (GDA) have joined hands to put an end to congestion woes in the area. The move would give a breather to the people commuting through the area and builders believe that this will entice more people into buying a property in the area. "To execute the proposed traffic decongestion plan for NH 58 and other roads in Ghaziabad, GDA has decided to complete these works in association with Raj Nagar Extension Developers Association," said Gaurav Gupta, spokesperson of the Association. Mr Gupta added, "The authorities propose to restructure of the NH-58 stretch - from Meerut-crossing (near new bus stand) to ALT-cut." The builder and GDA team will undertake maintenance of the road and close down illegal cuts on the road (used for taking U-tunr) which have been the main reason behind the mess. The project is already underway and is expected to incur a cost of Rs 2 crore. The...
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